कोरोना जैसी महामारी से परेशान छात्र छात्राओं की परेशानियों को समझते हुए एम फाउंडेशन ने बढ़ाया सहायता के लिए एक बहुत बेहतरीन कदम

मो,शकील की रिपोर्ट 31/मार्च 2021
एक इंटरव्यू के दौरान एम फाउंडेशन के फाउंडर प्रेसिडेंट श्री शम्सुर रहमान से हमारे संवाददाता ने इस एनजीओ का लक्ष्य क्या है यह जानने की कोशिश की तो शम्सुर रहमान ने यह बताया कि कोरोना के अतिरिक्त देश पहले भी बहुत सारी परेशानियों से गुजर रहा था इसलिए एम फाउंडेशन ने सबसे पहले सभी धर्म एवं समुदाय के गरीब छात्र छात्राओं को मुफ्त शिक्षा देने का काम किया है, यह शिक्षा डिस्टेंस मोड पर 10 वीं और 12 वीं के छात्रों के लिए शुरू की है पढाई के साथ साथ बच्चों को पार्ट टाइम साइड इनकम के लिए किसी ऐसी जॉब से भी जोड़ा जिससे उनका अपना पॉकेट मनी और घर का खर्चा निकल सके साथ में पढ़ाई भी करते रहे साथ-साथ उनकी काउंसलिंग भी की,परंतु काउंसलिंग के दौरान पता लगा कि बच्चों को मेडिकल फील्ड में भी करियर बनाने में इंटरेस्ट है तो एवं फाउंडेशन ने छात्र-छात्राओं को नर्सिंग की ट्रेनिंग के लिए ताज हॉस्पिटल, मुस्कान हॉस्पिटल में और कई अलग-अलग जगह लगवा दिया जिससे बच्चे वहां नर्सिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं लगभग 6 महीनों के बाद वहां उन बच्चों की ₹7 से 8 हजार रूपए प्रति माह की सैलरी शुरू हो जाएगी जिससे उनका घर और उनका पॉकेट मनी मैं उनको सहायता मिलेगी पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स करने के बाद यह लोग कम से कम ₹ 30 हजार से 40 हजार प्रतिमाह कमा सकेंगे इसके अलावा एम फाउंडेशन लोगों की सहयता के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी काम कर रही है गरीब लोगों का ताज हॉस्पिटल में मुफ्त इलाज कराया जाता है और गरीबों की सहायता की जाती है।साथ ही उन्होंने बताया कि बड़े छात्र छात्राओं के साथ प्राइमरी लेवल के छात्र छात्राओं के लिए भी गरीब बस्तियों में एवं फाउंडेशन ने अपने सेंटर खोले हैं जिससे कि बच्चे जो बड़े स्कूलों में ज्यादा महंगी फीस न देने के कारण घर पर बैठ जाते हैं और उनका जीवन खराब होने लगता है ऐसे बच्चों को अलग-अलग बस्तियों में ऐम फाउंडेशन द्वारा मुफ्त शिक्षा प्राप्त कराई जा रही है साथ ही उन्होंने देश के लोगों से अपील की कि ऐम फाउंडेशन के इस नेक काम में सभी लोग उनको सपोर्ट करें ताकि देश साक्षर हो जाए और यह नेक काम आगे भी चलता रहे धन्यवादwww.aimfoundationindia.com 8329727308