गोंडा थाने में विधायक से मारपीट के मामले के बाद डीएम, एस एस पी, ने थाना प्रभारीयो कि ली बैठक , सिखाया सम्मान करने का पाठ

19 जुलाई 2020
बैठक में डीएम श्री सिंह ने कहा कि शासकीय सेवा में रहते हुए जनता की समस्याओं का निस्तारण करना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा चुने गये जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना हम सभी के पदीय दायित्वों में सम्मिलित है। शासन के द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत ही जनप्रतिनिधियों के सम्मान किया जाना आवश्यक है। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम श्री सिंह ने कहा कि थाने व तहसील शासन व प्रशासन के मुख्य अंग होते हैं जिनसे जिला प्रशासन की प्रतिष्ठा जुड़ी होती है। जनता के कार्यों का निराकरण सीधे थानों व तहसीलों के माध्यम से ही किया जाता है जिसके कारण जनप्रतिनिधियों के सीधा संवाद थानों व तहसीलों पर होता है। समस्त एसडीएम, एसएचओ व सीओ की यह जिम्मेदारी है कि निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत समान करते हुए किसी भी समस्या के संबंध में जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट व पूरी बात बताएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का आत्म सम्मान एवं स्वाभिमान कायम रहे इसलिये किसी भी परिस्थिति में अमर्यादित भाषा-शैली एवं आचरण का प्रयोग न करें। पुलिस एवं प्रशासनिक सेवा में आने के बाद स्वयं के हितों को पीछे रखते हुए समाज के हित में कार्य करें
बैठक में बोलते हुए एसएसपी श्री मुनिराज जी. ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आप सभी को अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करने के लिए हर प्रकार की छूट प्रदान की गई है, परन्तु इस छूट का किसी भी स्तर पर दुरूपयोग नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्वीकार किया कि प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस को कई बार विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, परन्तु ऐसे प्रतिकूल समय में भी ऐसे आचरण का प्रयोग न किया जाए जिससे सामने वाले व्यक्ति की भावना को ठेस पहुॅचे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए आज हुए आपसी संवाद के बाद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों का नजरिया आम जनमानस के प्रति बदलेगा और वह बेहतर आपसी समन्वय स्थापित करते हुए उनकी सममस्यों एवं शिकायतों के निस्तारण में खरा उतरेंगे।
डीएम श्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक भूमि पर अतिक्रमण, अवैध कब्जा, मेड़बन्दी, जलनिकासी की शिकायतें ज्यादा प्राप्त होती हैं, ऐसे में पुलिस एवं राजस्व अधिकारियों को चाहिए कि वह आपसी समन्वय स्थापित करते हुए टीम भावना के साथ कार्य कर समस्याओं का निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनायों को धरातल पर लागू करना और उनका बेहतर परिणाम दिलाना हम सभी की जिम्मेदारी है।अधिकारी वही है जो सामने वाले व्यक्ति के मन की बात को समझते हुए पूर्ण निष्पक्षता एवं ईमानदारी के साथ कार्य करे। उन्होंने एसडीएम एवं तहसीलदार को कैम्प लगाकर भूमि सम्बन्धी विवादों का निस्तारण करने के निर्देश दिये। डीएम श्री सिंह ने कहा कि आने वाले समय में गणेश प्रतिमा की स्थापना और मौहर्रम का त्योहार मनाया जाएगा, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग अपने-अपने घरों में त्योहार मनाएं और शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का अक्षरशः अनुपालन करें। बैठक में एडीएम सिटी श्री राकेश कुमार मालपाणी,एडीएम प्रशासन श्री डीपी पाल,एडीएम वित्त श्री विधान जायसवाल,जॉइंट मजिस्ट्रेट अनिता यादव,एसपी सिटी श्री अभिषेक झा,एसपी ग्रामीण श्री शुभम पटेल,एसपी क्राइम श्री डॉ.अरविंद कुमार,सिटी मजिस्ट्रेट श्री विनीत कुमार सिंह, एसीएम प्रथम, एसीएम द्वितीय,सभी एसडीएम,सभी सीओ व थानाध्यक्ष उपस्थित रहे