जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील खैर में सम्पूर्ण समाधान दिवस सम्पन्न

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील खैर में सम्पूर्ण समाधान दिवस सम्पन्न
रिपोर्टर आकाश कुमार
अलीगढ़ महानगर 15 जुलाई 2023 जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में तहसील खैर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। डीएम ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का तत्परता से निदान करना सुनिश्चित कराएं
उन्होंने कहा कि जनशिकायतों व समस्याओं का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शासन के उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित मॉनिटरिंग के साथ ही शिकायतकर्ता के मोबाइल पर बात कर शिकायत निस्तारण की गुणवत्ता को क्रास चैक कराया जाता है। समस्या का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न किये जाने से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं होता है और यदि शासन के संज्ञान में आता है तो जनपद की रैंकिंग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायत निस्तारण के प्रति संवेदनशीलता दिखाएं और मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए समस्याओं का समयबद्धता से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। सम्पूर्ण समाधान दिवस में चौधावा के मुकेश कुमार ने ग्राम में हुए जलभराव को निकाले जाने के लिए प्रार्थनापत्र दिया जिस पर डीएम ने डीपीआरओ के प्रति कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम में बार-बार निर्देशित किया जा रहा है कि जलभराव नहीं होना चाहिए, इसके बाद भी समस्या का बना रहना लापरवाही का द्योतक है। उन्होंने जल्द से जल्द जल निकासी कराने के निर्देश दिये।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया जब खण्डेहा के घनश्याम ने शिकायती पत्र दिया कि तहसीलदार न्यायालय से पत्रावली जिलाधिकारी न्यायालय पहुॅचनी थी, परन्तु अब तक 06 वर्ष व्यतीत हो जाने के बाद भी नहीं पहुॅची है। उन्होंने अपने शिकायती पत्र में यह भी लिखा कि ज्ञात हुआ है कि पत्रावली गुम हो गयी है। जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए तहसीलदार का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के साथ निर्देशित किया कि क्यों न विभागीय कार्यवाही करते हुए दण्डित किया जाए। ग्राम गोदोंली निवासी प्रीति ने प्रार्थना पत्र में कहा कि पेट के दर्द की शिकायत पर पथरी की जानकारी होने पर कस्बा खैर के चिकित्सक सोनू द्वारा अलीगढ़ पलवल मार्ग पर संचालित मानवी अस्पताल में पथरी निकालने के लिए ऑपरेशन किया गया।
तबियत ठीक होने के बजाए बिगड़ गयी।
जब जे0एन0 मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकीय परामर्श लिया तो उन्होंने बताया कि गलत नसें काट दी गई हैं। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 नीरज त्यागी को कमेटी गठित कर निष्पक्ष जांच कराने के साथ ही पीड़िता का निःशुल्क इलाज कराने के निर्देश दिये।