ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सुनहरा अवसर,जल्द बनेगा

मो, दिलशाद की रिपोर्ट 15/12/2020
नई दिल्ली, दिल्ली एन सी आर के राज्यों में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों के लिए अच्छी खबर है. अब बिहार, यूपी और मध्य प्रदेश में भी लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के स्लॉट बढ़ा दिए गए हैं. अब आपको लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अब आपका लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस दो-तीन महीने के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा. राज्यों के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयआर टी ओ, में अब हर रोज 400 परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं. बता दें कि इसी साल मार्च महीने में लॉकडाउन लगने के बाद से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहे थे, लेकिन जुलाई के आखिर महीने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई. अब हर रोज 400 का स्लॉट शुरू किए जा रहे हैं.
अब ऐसे बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस
गौरतलब है कि देश में मार्च महीने के बाद से ही लोगों के लाइसेंस बनवाने की संख्या में कमी आ गई थी. लोगों को लंबे डेट मिल रहे थे, लेकिन अब इसकी रफ्तार में तेजी आई है. बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अब लाइसेंस के स्लॉट को बढ़ाया जा रहा है. जुलाई में 50-50 लर्निंग व परमानेंट लाइसेंस बनाने का स्लॉट तय किया गया था. इसके बाद 150-150 लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का स्लॉट तय किया गया. बाद में इसे 300 तक किया गया और अब इसे 400 कर दिया गया है.
कई सेवाएं ऑनलाइन हुई
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट कार्यलयों में अब डीएल डुप्लीकेट आरसी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र फिटनेस और परमिट से जुड़े तकरीबन 20 से ज्यादा सेवाओं के लिए अब आरटीओ दफ्तर के चक्कर काटने नहीं पड़ेंगे. पिछले महीने ही उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने राज्य के सभी आरटीओ को सख्त निर्देश दिए थे कि अब ऑनलाइन
से ही इन सुविधाओं को मुहैया कराए. अब आप घर बैठे इन सेवाओं के जरिए अपना डीएल, वाहन रजिस्ट्रेशन, आरसी, फिटनेस सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं. इससे लोगों को आरटीओ के आसपास मौजूद दलालों से निजात मिलेगी.
उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों ने पिछले कुछ दिनों से खासकर कोरोना काल के बाद से परिवहन विभाग से जुड़ी सभी तरह के सेवाएं ऑनलाइन कर रही है. ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन के अलावा भी कई तरह की सेवाएं ऑनलाइन की जा रही हैं.