बलात्कार को रोकने के लिए देश में लागू किया जाए क़ुरआन का कानून- मिर्ज़ा

अलीगढ़: बीते 27 नवम्बर की रात 10 बजे हैदराबाद में डॉ प्रियंका रेड्डी के साथ जो हुआ उससे सारे देश का सर शर्म से झुक गया। पहले 4 लोगों ने प्रियंका का बलात्कार किया फिर उसे ज़िंदा जला दिया। प्रियंका हैदराबाद के शादबाद में रहती थीं और वहां से 30 km की दूरी पर उनका क्लिनिक था। वह रोज़ स्कूटी से 30 Km सफर तय कर के अपने क्लिनिक जाती थीं। 27 नवम्बर की रात क्लिनिक से लौटते हुए टोल नाके के पास उनकी स्कूटी का टायर पंक्चर हो गया। तभी उनके पास कुछ लोग मदद के लिए आये जिन्हें वह नहीं जानती थीं के ये लोग उन्हें मौत के घाट उतार देंगे। प्रियंका के साथ गैंगरेप किया गया और फिर उन्हें ज़िंदा जला दिया गया। जिसके विरोध में अलीगढ़ में ओवैसी की पार्टी एमआईएम नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया महानगर अध्यक्ष अरशद मिर्ज़ा ने विरोध करते हुए कहा कि अब से कुछ दिन पहले नित्यानंद स्वामी नाम का एक बलात्कारी बलात्कार करके देश से भाग गया। कहीं से कोई आवाज़ नहीं उठी देश हज़म कर गया।
कुछ दिन पहले चिन्मयानंद स्वामी तेल मालिश करते वीडियो में दिखाई दिया था। लड़की ने उत्पीड़न का आरोप लगाया, रसूख के चलते उल्टे पुलिस ने लड़की को ही जेल में डाल दिया और इस मौके पर देश का सँख्याबल बलात्कारी के साथ खड़ा रहा। उन्नाव में दलित लड़की के बलात्कार में लिप्त बीजेपी नेता कुलदीप सिंह सेंगर ने तो दबाव बनाने के लिए धमकियाँ दीं, लड़की के बाप को पुलिस कस्टडी में मार दिया गया, पीड़िता के परिजनों पर हमला करवाया, यहाँ तक कि पीड़िता का एक्सीडेंट तक करवा दिया पर उस पीड़िता को भी कोई इंसाफ नहीं मिला। और सरकार के मंत्री बलात्कारी की हिमायत में जेल के अंदर बलात्कारी से मिलने जाते रहे। कश्मीर कठुआ में एक नाबालिग़ बच्ची आसिफ़ा के बलात्कारियों की सपोर्ट में बाक़ायदा तिरंगा यात्रा निकाली गई। सरकार महिला सुरक्षा के मामले में नाकाम साबित हुई है और बलात्कार जैसी वारदातें दिन ब दिन बढ़ती जा रहीं हैं। और “महिला सुरक्षा” एक मजाक बन कर रह गया है। मतलब क्या यह संवेदनशीलताओं का ज्वार सेलेक्टिव नहीं है? फिर एक खास मौके पर क़ुरआन के कानून याद आते हैं कि बलात्कारियों को सरे आम फांसी दी जाए तो हमारा दावा है कि देश की किसी बेटी के साथ बलात्कार नहीं होगा।