बिहार,नाबालिग किशोरी से उम्रदराज व्यक्ति को शादी करना पड़ा भारी

संवाददाता रमेश की रिपोर्ट 28/10/2020

(सुपौल): बाल विवाह, दहेज प्रथा उन्मूलन, मानव तस्करी जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जिले में लगातार मुहिम चलाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता ग्राम विकास परिषद की हेमलता पांडेय ने एक बार फिर बाल विवाह का शिकार हुई एक नाबालिग की जिंदगी नर्क में जाने से बचाया है. इतना ही नहीं उन्होंने इस मामले में यूपी के आरोपी दूल्हा, नाबालिग के पिता एवं एक दलाल को गिरफ्तार कराया है. मामले को लेकर नाबालिग की मां ने श्रीमती पांडेय के सहयोग से पिपरा थाना में गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के कड़े निर्देश पर पिपरा पुलिस ने नामजद तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
पीएलभी श्रीमती पांडेय ने बताया कि पिपरा थाना क्षेत्र के पथरा दक्षिण पंचायत के वार्ड नंबर 10 में 25 अक्टूबर 2020 को उत्तर प्रदेश के एक अधेड़ व्यक्ति के साथ 15 वर्षीय नाबालिग की शादी एक दलाल के द्वारा झूठा प्रलोभन देकर कराई गई है. जब पीएलभी गांव पहुंची तो सूचना सत्य पाया. इसके बाद लड़की का जन्म से संबंधित प्रमाण पत्र मांगा गया, तो परिजनों ने मैट्रिक का पंजीयन पत्रक प्रस्तुत किया. जिसमें नाबालिग का जन्म तिथि 11 जून 2005 अंकित था. वहीं अधेड़ व्यक्ति का जब आधार कार्ड एवं मतदाता पहचान पत्र देखा गया तो उसका जन्म तिथि वर्ष 1976 अंकित था. इसके बाद श्रीमती पांडेय ने नाबालिग व नाबालिग की मां को बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणाम के संबंध में विस्तार से बताया. साथ ही कानूनी जानकारी देते कानूनी कार्रवाई के प्रावधान के संदर्भ में बताया. इसके बाद नाबालिग की मां ने बताया कि इसी थाना क्षेत्र के करिहो निवासी मो महीम के पुत्र मो सद्दाम ने उसके पति को झूठा प्रलोभन देकर उसकी मासूम बच्ची का शादी उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के अकबरपुर तहसील अंतर्गत गैजू मऊ निवासी सूबेदार के पुत्र जितेंद्र से करा दिया. श्रीमती पांडे ने बताया कि यह मामला मानव तस्करी से भी जुड़ा हो सकता है. जो पुलिस के अनुसंधान के बाद स्पष्ट हो जाएगा. बताया कि मामले में पंचायत के मुखिया एवं अन्य गणमान्य लोगों ने सहयोग प्रदान किया