बिहार, कमऊमर मुकुंद कुमार झा ने आई ए एस बनने की सफलता हासिल की

संवाददाता रमेश की रिपोर्ट 20/11/2020
मधुबनी जनपद बिहार के गरीब किसान परिवार में जन्मे मुकुंद कुमार झा की यूपीएससी जर्नी बहुत कुछ सिखाती है. सीमित संसाधनों में बिना कोचिंग एक साल की तैयारी में पहले अटेंप्ट में आईएएस बनने वाले
मुकुंद कुमार ने अपने एक इंटरव्यू में जानकारी देते हुए बताया है कि जब वो चौथी-पांचवी कक्षा में पढ़ते थे, तभी उन्होंने आईएएस-आईपीएस शब्द कहीं पढ़े थे इस दौरान अपने पिता से पूछते थे कि इनका क्या मतलब होता है. उनके पिता ने उन्हें इसका मतलब बताया फिर जब वो बड़े हुए तो यही बनने का सपना देखना शुरू कर दिया. और आगे चलकर इसी को अपना लछ बना लिया तथा साथ में यह भी बताया
हैं कि मै एक किसान परिवार से हूं. मेरी मां एक निजी स्कूल में टीचर थी जो घर मुझे और अन्य बच्चों को पढ़ाती थी. मुकुंद की बहन ने भी उन्हे पढ़ाया है. इस दौरान उन्हे कई कठिनाइयों का सामना पड़ा. इसलिए उन्होने कोचिंग ज्वाइन नही किया। मुकुंद बताते है कि उन्हे पिता से 2-4 हजार रूपए मांगने में भी परेशानी होती थी क्योकि वो घर की हालत जानते थे. उन्होने अपनी शुरूआती पढ़ाई बिहार में आवासीय सरस्वती विद्या मंदिर से पूरी की. इसके बाद सैनिक स्कूल गोलपाड़ा से 12 की परीक्षा पास की है
फिर डीयू से ग्रेजुएशन किया यह भी बताया हैं कि ग्रेजुएशन के बाद मेरी एज कंपलीट नहीं थी, इसलिए 2018 में पूरा मुझे एक साल प्रिपरेशन का मिला. फिर पहली बार 2019 में प्रीलिम्स दिया. उन्होंने ये पूरी तैयारी बिना कोचिंग के की है