महानगरवासियो के साथ साथ विद्युत विभाग में मनाई धूम धाम से होली

आखिर होली क्यों मनाई जाती है क्यों कि होली हिन्दुओं का पारंपरिक त्यौहार है जिसे उत्साह के साथ मनाया जाता है। रंग, स्वादिष्ट खाना, एकता और प्रेम का उत्सव है ये त्यौहार। होली शब्द का निर्माण होला से हुआ है जिसका अर्थ है नई और अ’छी फसल प्राप्त करने के लिए भगवान की पूजा। यूं तो होली मनाने का एक ही उद्देश्य होता है लोगों को अपने प्यार के रंग में रंगना। इसी प्रथा के चलते महानगरवासियो के साथ साथ विधुत विभाग के अवर अभियंतायो ने कर्मचारियों संग मनाई धूम धाम से होलीमिली जानकारी के अनुसार
इस कथा भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद के कारण मनाई जाती हैं। इसके अनुसार असुर हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था, लेकिन यह बात हिरण्यकश्यप को बिल्कुल अच्छी नहीं लगती थी। बालक प्रह्लाद को भगवान कि भक्ति से विमुख करने का कार्य उसने अपनी बहन होलिका को सौंपा, जिसके पास वरदान था कि अग्नि उसके शरीर को जला नहीं सकती।
भक्तराज प्रह्लाद को मारने के उद्देश्य से होलिका उन्हें अपनी गोद में लेकर अग्नि में प्रविष्ट हो गयी, लेकिन प्रह्लाद की भक्ति के प्रताप और भगवान की कृपा के फलस्वरूप खुद होलिका ही आग में जल गई। अग्नि में प्रह्लाद के शरीर को कोई नुकसान नहीं हुआ। जब भक्त प्रह्लाद बच गए तो सपूर्ण ब्रह्मांड में खुशी की कहर दौड़ गई और चारों ओर फूलों की बारिश हुई। बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में होली और धुलेंडी का पर्व मनाया जाने लगा इसी क्रम लोग धूमधाम से होली पर्व को मनाया जाता है इधर विधुत उपकेंद्र इंचार्ज संदीप वाष्डेय ने अपने अधीन कर्मचारियों के साथ उपकेंद्र शांति निकेतन पर रंग बिरंगे रंगो के साथ होली धूम धाम से मनाई इसी क्रम विधुत उपकेंद्र डी सेंटर इंचार्ज भरत सिंह भी पीछे नहीं रहे उन्होंने भी बड़ चढ़ कर हिस्सा लिया है परंतु सभी कर्मचारियों के साथ होली
रंग-बिरंगे रंगो एवं गुलाल एक दूसरे को लगा कर हार्लो उल्लास के साथ मनाई, इधर महानगर वासियों ने होली का हुडदंगा धूम धाम से मनाया गया है