मेरठ, ऊर्जा मंत्री की बैठ के दौरान बत्ती हुई गुल अधिकारियो के फुले हाथ पैर, चला जनरेटर

विशेष सवाददाता की रिपोर्ट
जनपद मेरठ,यूपी में बिजली आपूर्ति व्यवस्था कितनी दुरुस्त है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि,ऊर्जा मंत्री को भी जेरनेटर चलवा कर बैठक करनी पड़ी, बिजली विभाग के वादे खोखले हुए साबित मामला
जानकारी के अनुसार जिला मेरठ मै शनिवार को ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा रजपुरा और खरखोदा ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवाओं का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे थे। मंत्री जी को विकास कार्यों से पहले समीक्षा बैठक करनी थी लेकिन इसी बैठक के दौरान बिजली चली गई।ऊर्जा मंत्री जी की समीक्षा बैठक के दौरान अचानक बिजली होने पर अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में जेरनेटर चलवाया गया जिसके बाद बिजली आपूर्ति हुई। मंत्री जी की बैठक में करीब 15 मिनट तक जेरनेटर चलता रहा इसके बाद ही बिजली आपूर्ति सुचारू हो सकी। हालांकि जब यह बात मंत्री जी के कानों तक पहुंची तो उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई।ज्ञात रहे कि हाल ही में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विद्युत विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि जनपद में धड़ाधड़ बिजली कटौती की जा रही है। कुछ जगहों पर तो 6 से 8 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है जिसके चलते भीषण गर्मी में लोगों का बुरा हाल है। पानी तक के लिए भी लोगों को तरसना पड़ रहा है।ग्राम की बात करें तो स्थिति और भी भयानक है। सरकार ने जहां ग्रामो मै 20 से 18 घंटे बिजली आपूर्ति करने के निर्देश दिए हुए हैं, वहीं विद्युत विभाग गांवों में 10 से 11 घंटे ही बिजली आपूर्ति कर पा रहा है। फॉल्ट और अन्य टेक्निकल बहाने बनाकर रोजाना कई-कई घंटे बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है।क्षतिग्रस्त लाइने हल्की हवा चलने पर ही टूट जाती है लाइनदेहात क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की हकीकत यह है कि गर्मी और बरसात के इस मौसम में मामूली सी तेज हवा चलने पर ही विद्युत सप्लाई बंद कर दी जाती है, जो अगले कई घंटे तथा कभी-कभी 24 घंटे तक के लिए आपूर्ति बंद पड़ी रहती है