112-यूपी पुलिस की,सवेरा योजना में कॉल कर बुजुर्ग कराएं पंजीकरण,तत्काल मिलेगी मदद

आकाश रॉय की रिपोर्ट 26/12/2020
अलीगढ महानगर, में यूपी पुलिस की योजना ‘सवेरा’में लाखों बजुर्गों के जीवन में उजाला भरने का काम शुरू कर दिया है. योजना के तहत कोई भी बुजुर्ग 112-यूपी पर कॉल कर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. पंजीकरण के बाद यदि किसी बुजुर्ग को सुरक्षा संबंधी मदद की जरूरत होती है तो संबंधित थाने की पुलिस या 112 की पीआरवी मौके पर पहुंच कर सहायता पहुंचाती है. एसएसपी मुनिराज जी. के निर्देशन में एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र के पर्यवेक्षण में जिले में अब तक 3611 बुजुर्ग ‘सवेरा’ में पंजीकरण कर चुके हैं. जिला व थाना स्तर पर वरिष्ठ नागरिक सेल का गठन किया है.
कैसे होता है पंजीकरण
112 पर सीधे कॉल करके बुजुर्ग अपना प्राथमिक पंजीकरण करवा सकते हैं. प्राथमिक पंजीकरण के बाद स्थानीय थाने या चौकी से बीट के पुलिसकर्मी बुजुर्ग के घर जाकर उनका गहन पंजीकरण करते हैं. पंजीकरण में बुजुर्ग से संबंधित जानकारियां,जो बुजुर्ग देना चाहें, दर्ज होती है.
योजना का उद्देश्य
इलाके में रहने वाले नागरिकों के साथ नियमित मेल-मिलाप हो. उनकी व्यक्तिगत, सामूहिक समस्याओं को शुरूआती स्तर पर ही हल किया जा सके. जिससे नागरिकों में सुरक्षा का भाव बना रहे.
इस तरह पुलिस करती है काम
‘कॉलर… हैलो मैं हार्ड पेसेंट हूं, मेरी दवा खत्म हो गयी है, मेरी उम्र 74 साल है घर पर और कोई नहीं है.
रिसीवर.… ठीक है, आपकी सूचना नोट हो चुकी है, कुछ मिनट इंतजार करें.’
रिसीवर ने पीआरवी को इस मैसेज को फ्लैश किया. पीआरवी कर्मियों तत्काल कॉलर के घर पहुंचे और दवा का पर्चा लेकर पीआरवी 0716 ने पीआरवी 0712 के व्हाटस्एप पर भेजा. पीआरवी 0712 ने जिला अस्पताल से दवा लाकर पीआरवी 0716 रिसीव कराई. पीआरवी 0716 के कर्मचारी तत्काल कॉलर को दवा पहुंचाई, जिस पर कॉलर ने पीआरवी कर्मियों का धन्यवाद दिया है
कॉलर ने सूचना दी कि मैं हार्ड पेसेन्ट हूं मुझे दौरे पड़ते हैं. मेरा इलाज पिछले तीन सालों से मेडिकल में चल रहा है, घर पर भी कोई नहीं है. पीआरवी 0724 कर्मी कॉलर के घ्पहुंचे और दवा का पर्चा लेकर मेडिकल कालेज इलाके की पीआरवी 0734 से संपर्क व्हाटस्एप पर भेजा. पीआरवी 0734 ने दवा लेकर पीआरवी 0724 को रिसीव कराई पीआरवी 0724 ने कॉलर के घर पर दवा पहुंचायी.
किन मामलों में बुजुर्गों को मिलेगी मदद
पंजीकृत अकेले रहने वाले बुजुर्ग की सुरक्षा और उन्हें त्वरित सहायता पहुंचाना योजना का मुख्य उद्देश्य है. बुजुर्ग किसी परिजन या आस-पास रहने वाले लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर और अन्य किसी भी आपात स्थिति में पुलिस की सहायता ले सकते हैं.