अलीगढ़ 12 दिसंबर 2024 : विकास कार्यों से जुड़े विभागों की पत्रावलियां अब ई-ऑफिस के माध्यम से ही परिचालित की जाएंगी। यह निर्देश मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने दिए हैं। वह गुरुवार को विकास भवन सभागार में ई-ऑफिस प्रशिक्षण सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सचिवालय के विभिन्न कार्यालयों के साथ ही प्रदेश के कई जिलों में ई-ऑफिस के माध्यम से शासकीय पत्रावलियों का परिचालन किया जा रहा है। जिलाधिकारी विशाख जी0 की विशेष पहल पर कलैक्ट्रेट कार्यालय में अगस्त माह से ही ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य आरंभ हो चुका है।

 इस दौरान सीडीओ ने सभी विभागीय अधिकारियों एवं पटल सहायकों को निर्देशित किया कि 25 दिसंबर से वह नई पत्रावलियों को ऑफलाइन स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह पत्र निर्गत कर पूर्व में ही निर्देश भी दे चुके हैं। इस दौरान उन्होंने माउस क्लिक कर ई-ऑफिस का भी शुभारंभ किया।

 ई डीएम मनोज राजपूत ने ई-ऑफिस संचालन के बारे में विकास भवन सभागार में विकास से जुड़े सभी अधिकारियों एवं पटल सहायकों को प्रशिक्षण देते हुए ई-ऑफिस के लिए उपयोग में आने वाले हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, इंटरनेट, डीएससी, ईमेल आईडी, वीपीएन, गूगल इंडिक टूल से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होंने बताया कि ई-ऑफिस संचालन के लिए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डिजिटल सिग्नेचर एवं एनआईसी के सर्वर पर ईमेल आईडी बनवाना अनिवार्य किया गया है, इसके बिना ई-ऑफिस पर कार्य किया जाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि मैपिंग का कार्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए विकास भवन में सनी चौधरी कनिष्ठ लिपिक को जिम्मेदारी दी गई है।

डीडीओ आलोक आर्य ने अधिकारियों एवं पटल सहायकों को समझाया कि कोई भी नया कार्य आरंभ करने में कुछ कठिनाई अवश्य ही महसूस होती है, परन्तु दृढ़संकल्प और परिश्रम से बड़ी से बड़ी कठिनाई को दूर किया जा सकता है। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर 25 दिसंबर से ई-ऑफिस के माध्यम से ही पत्रावलियों को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं पटल सहायकों को नसीहत देते हए कहा कि वह प्रशिक्षण में बताए गए बिन्दुओं को अच्छे से आत्मसात करें, ताकि ई-ऑफिस संचालन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।

Share To:

Post A Comment: